बुद्धगुप्त एक गुप्त सम्राट और कुमारगुप्त द्वितीय का उत्तराधिकारी था। वह पुरुगुप्त के पुत्र थे तथा उनके बाद नरसिम्हागुप्त उत्तराधिकारी बना।
Category: प्राचीन भारतीय इतिहास

बाणभट्ट भारत में 7 वीं शताब्दी राजा हर्षवर्धन के दरबार में एक संस्कृत गद्य लेखक और कवी थे। बाणभट्ट के प्रमुख कार्य – हर्षचरितम् और कादंबरी।

वैदिक साहित्य से तात्पर्य उस पूर्ण साहित्य से है जिसमें वेद, ब्राह्मण, अरण्यक एवं उपनिषद् शामिल हैं। वैदिक साहित्य को ‘श्रुति’ कहा जाता है।

प्राचीन भारतीय इतिहास को जानने में साहित्यिक श्रोतो का बहुत योगदान होता है। साहित्यिक श्रोते भरोसेमंद तथा कारगर साबित होते है।